tag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post4343721528187762308..comments2024-03-29T12:46:21.169+05:30Comments on देहात: खिलते हैं फूल पाँव के ठोकर से राजीव कुमार झा http://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-18561237186949525742017-09-27T13:44:41.986+05:302017-09-27T13:44:41.986+05:30कितनी अनगिनत परम्पराएं समाज में व्याप्त हैं ... और...कितनी अनगिनत परम्पराएं समाज में व्याप्त हैं ... और हर परंपरा हर सोच के पीछे कितनी गहरी सोच, उत्तम दृष्टिकोण जुड़ा है ... कई बार काल्पनिक होते हुए भी कितनी वाइब्रेंट, कितनी पोसिटिव सी लगती हैं ये व्याख्याएं ... <br />बहुत ही अच्छी पोस्ट है ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-51237496017161850422017-09-26T21:09:58.556+05:302017-09-26T21:09:58.556+05:30इन परम्पराओं के बारे में पहली बार पढ़ा ...... आभार...इन परम्पराओं के बारे में पहली बार पढ़ा ...... आभार निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-41052494311712393652017-09-26T17:06:55.638+05:302017-09-26T17:06:55.638+05:30साहित्य और लोक जीवन में दोहद जैसी अद्भुत प्रथा के ...साहित्य और लोक जीवन में दोहद जैसी अद्भुत प्रथा के बारे में जानकारी देता सुंदर लेख..बधाई !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-2053801778212171212017-09-26T09:57:16.287+05:302017-09-26T09:57:16.287+05:30सादर धन्यवाद !सादर धन्यवाद ! राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-76864502614955984142017-09-25T23:25:30.315+05:302017-09-25T23:25:30.315+05:30आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन 101वीं जयंती : पंडि...आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2017/09/pandit-deendayal-upadhayay.html" rel="nofollow">101वीं जयंती : पंडित दीनदयाल उपाध्याय और ब्लॉग बुलेटिन</a> में शामिल किया गया है। <b>कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।</b>HARSHVARDHAN https://www.blogger.com/profile/15717143838847827989noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-86325735065280997292017-09-25T23:23:14.818+05:302017-09-25T23:23:14.818+05:30दोहद, अकवार और हरपरौरी - परम्पराओं के इस विस्मृत स...दोहद, अकवार और हरपरौरी - परम्पराओं के इस विस्मृत स्तवक का सुमिरन करने का साधुवाद!!! विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-4088377244360116052017-09-25T22:00:57.977+05:302017-09-25T22:00:57.977+05:30आदरणीय राजीव जी ------ आज पहली बार आपके ब्लॉग पर ...आदरणीय राजीव जी ------ आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आकर आपका ये सुंदर आलेख पढ़ा | मुझे बहुत -बहुत पसंद आया | पहली बार दोहक परम्पराऔर अन्य लोक परम्पराओं के बारे में जाना | ये परम्परायें लोकजीवन में नारी जीवन के महत्व को दर्शाती है | ममता और करुणा से भरी नारी के दिव्य स्पर्श से प्रकृति आह्लादित हो अपना अन्न - धन और सृजन के भंडार संसार के लिए खोल देती है | ये एहसास कराती हैं कि पेड़ पौधे भी स्नेहास्पर्श के इच्छुक होते हैं | बहुत अच्छा लगा सब पढ़कर | सादर शुभकामना आपको | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-20986629291624297552017-09-25T14:28:41.839+05:302017-09-25T14:28:41.839+05:30आभार.आभार. राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-67385699047011720672017-09-25T12:19:32.882+05:302017-09-25T12:19:32.882+05:30" दोहद परम्परा एवं अन्य लोक परम्परा के बारे म..." दोहद परम्परा एवं अन्य लोक परम्परा के बारे में विस्तृत जानकारी देती सुन्दर आलेख। ऐसे मैंने भी महसूस किया है कि स्त्रियों को पेड़-पौधों से ज्यादा लगाव होता है और वे पेड़-पौधों को स्पर्श एवं आलिंगन कर ख़ुशी महसूस करती हैं। "<br /><br />आपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" में लिंक की गई है https://rakeshkirachanay.blogspot.in/2017/09/36.html पर आप सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद!RAKESH KUMAR SRIVASTAVA 'RAHI'https://www.blogger.com/profile/14562043182199283435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-68495684460266296372017-09-24T18:46:59.267+05:302017-09-24T18:46:59.267+05:30बहुत सुंदर लेख राजीव जी।बहुत सुंदर लेख राजीव जी।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-60483587570233551372017-09-24T18:45:49.517+05:302017-09-24T18:45:49.517+05:30 लेख पढ़कर बहुत अच्छा लगा राजीव जी। लेख पढ़कर बहुत अच्छा लगा राजीव जी।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-24045871011359831072017-09-23T20:48:24.487+05:302017-09-23T20:48:24.487+05:30सादर आभार.सादर आभार. राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-77957390653951885712017-09-23T20:37:07.680+05:302017-09-23T20:37:07.680+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (24-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (24-09-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"><br />"एक संदेश बच्चों के लिए" (चर्चा अंक 2737)<br /> </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-73498916648715690922017-09-23T16:27:56.536+05:302017-09-23T16:27:56.536+05:30बहुत सुन्दर।बहुत सुन्दर।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8303686078423158614.post-25594884410611015672017-09-23T16:27:18.796+05:302017-09-23T16:27:18.796+05:30उम्दा प्रस्तुति उम्दा प्रस्तुति गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.com